*सीमांचल के मोहन यादव हो सकते हैं खांटी भाजपा नेता नवल किशोर यादव*
पूर्णिया: देश में कई भी विधानसभा चुनाव हो या उपचुनाव उसे सत्ता का सेमीफाइनल या लिटमस टेस्ट एकदम आम-सा हो गया है,हकीकत में ऐसा कुछ होता दिखता नहीं है। लेकिन लगता है इस बार यह मिथक टूट जाएगा अभी आए 5 राज्यों के विधानसभा नतीजे खासकर हिंदी भाषी राज्यों में भाजपा को थोक
में मिली सफलता, खुद- ब -खुद बताती है कि 2024 के आम चुनावों में से बनते बयार किसी और है अभी से माहौल की हकीकत यही है कि सारा श्रेय सिर्फ मोदी- शाह की जोड़ी को है दिल्ली से लेकर हर एक बूथ तक का माइक्रोमैनेजमेंट भाजपा के चाणक्य कहलाने वाले अमित शाह ने जिस चतुराई से किया उसका तो दबी जुबान घोर विरोधी भी लोहा मानते हैं। हालिया फैसलों ने संगठन के अदने से कार्यकर्ताओं में भी ऐसा जोश भर दिया की वह जुगत में लग गए जिससे उनके काम भी आलाकमान तक पहुंचे इससे संगठन बेहद मजबूत होगा तीनों हिंदी भाषी राज्यों में मोदी की लोकप्रियता और गारंटी का ऐसा अंडर क्रफ्ट बहा जिससे विपक्ष भांप तक नहीं पाया यहां हफ्तों पहले मोदी -शाह की लिखी सीक्रेट स्क्रिप्ट की हू- ब -हू तस्वीरों ने दिग्गज क्षेत्रपों और भाजपा- कांग्रेस सबको चौंकाया यकीन इसके पीछे भाजपा का सनातनी प्रेम राम मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर, सुपर हिट होती विदेश से विदेश नीतियां विकास की दूरदर्शी योजनाएं धारा 370 का खात्मा और वह आदिवासियों- जनजातियों की प्रति मोदी प्रेम का भरपूर समर्थन रहा नतीजे ने साबित कर दिया कि मोदी- शाह के जोखिम भरे फैसलों से भाजपा का अनुशासन और भी मजबूत हुआ भाजपा हरेक चुनाव से सबक लेकर कोई नहीं जानता मोदी- शाह के पिटारे से निकलते नामो से सबको समझ आने लगा है कि यह स्क्रिप्ट तो बहुत पहले लिखी जा चुकी थी ,जिसे आम और खास कोई भूझ ही नहीं पाए। जातिगत जनगणना से सीमांचल के दो सीट पूर्णिया और अररिया में भाजपा जीत के लिए यादव कार्ड खेलेगी, ऐसा हुआ तो बाहुल्य मतदाता वाले वरीय भाजपा नेता नवल किशोर यादव पर भाजपा दाव खेलेगी सभी मामले में संपन्न तो है ही भाजपा एक तीर से माय समीकरण को ध्वस्त कर यादव मत को अपने झोली में लेगी इसके लिए नवल किशोर यादव, पर भाजपाइयों की नजर है नाम न छापने को र्शत पर कई भाजपा नेता ने बताया कि दो टर्म से यहां अन्य दल के सांसद है। भाजपा यदि यादव कार्ड खेले तो भारी बहुमत से पूर्णिया सीट भाजपा के खाते में आ जाएगा केंद्रीय नेतृत्व जिस तरह से विधानसभा चुनाव में नव प्रयोग किया वो काबिले तारीफ है। सीमांचल में भी यह प्रयोग होना चाहिए ,यदि ऐसा हुआ तो सीमांचल का मोहन यादव होंगे नवल किशोर यादव