*एक दिवसीय पान समाज बिहार का एक सम्मेलन आयोजित सभा किया गया* बनमनखी(पूर्णियां):-बनमनखी में पान महादलित समन्वय समिति के तत्वावधान में आगामी जिला मुख्यालय पर धरना एवं पटना की तैयारी हेतु अनुमंडल स्तरीय पान महासम्मेलन का आयोजन बनमनखी के धरहरा चकला भुनाई पंचायत में आयोजित की गई कार्यक्रम की अध्यक्षता कुंदन कुमार शर्मा ने की इस अवसर पर मुख्य अतिथि पान प्रदेश अध्यक्ष डाॅ० राजीव कुमार तांती राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ० संतोष कुमार दास मुकेश तांती,
पूर्व बनमनखी विधानसभा आरजेडी प्रत्याशी उपेन्द्रर शर्मा परमानंद शर्मा नंदलाल शर्मा हरिलाल दास, रविन्द्र शर्मा सीताराम शर्मा शंभू शर्मा सहित आसपास के पान समाज के लोगों ने भव्य स्वागत किया और फुल माला बुके सोल देकर सम्मानित किया वहीं मुख्य अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन किया गया कार्यक्रम स्थल पर रविन्द्र तांती अमर रहे के नारे से गुजंता रहा माहौल इस सम्मेलन में हजारों की संख्या में पान समाज के लोगों ने हिस्सा लिया वहीं सैकड़ों की संख्या में महिलाएं ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथियों ने कहा आगामी
1 अक्टूबर को बिहार के हर एक जिला मुख्यालय पर अपने हक और अधिकार के लिए यह धरना प्रदर्शन करना है इससे सरकार को पान समाज की ताकत का एहसास करना है कि जिसकी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी के साथ ही साथ अतिथियों ने कहा कि पटना में 10 नवंबर को एक महासम्मेलन करने की तैयारी चल रही है उसमें भी सरकार को निंद से जगाने का ही एक प्रयास कहा जा सकता है क्योंकि अपने अधिकार के लिए अब पान समाज के सभी लोग सड़क से सदन तक धरने की तैयारी में लग चूके हैं। पान समाज को संबोधित करते हुए
बनमनखी के पूर्व आरजेडी प्रत्याशी उपेन्द्र शर्मा ने कहा कि मैं शुरू से कहता आ रहा हूं कि बिहार में तांती कोई जाती नहीं है तांती मात्र एक उपाधी नाम है। लेकिन इसे एक जाति मान लिया और ओबीसी में डाल दिया गया बिहार सरकार और इसका आयोग द्वारा कई बार सर्वेक्षण कराया गया सारे आयोग ने माना तांती कोई जाति नहीं है तांती मूल रुप से पान है हमें इसलिए हटाया गया ना तो
हमारा कोई सांसद ना तो विधायक 1 अक्टूबर को धरना को लेकर राष्ट्रपति प्रधानमंत्री गृहमंत्री मुख्यमंत्री बिहार सरकार सभी को ज्ञापन सौंपा जायेगा कि हम मूल रूप से पान हैं हमे अधिकार दिया जाए हमारे समाज के अनुसूचित जाति कैटेगरी उठाकर देखेंगे तो पायेंगे कि नौकरी पैशे में मात्र 0.75 प्रतिशत ही है।