*बनमनखी में तीन दिवसीय राजकीय दीनाभद्री महोत्सव का सांसद, डीएम और विधायक ने किया आरंभ*
*दीना और भद्री ने समाज को जगा कर जागृति लाने का किया था कार्य* href=”https://sachchabharatnews.com/wp-content/uploads/2024/02/IMG-20240225-WA0020.jpg”>बनमनखी (पूर्णिया) : कला संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित तीन दिवसीय राजकीय दीनाभद्री महोत्सव का शुभारंभ शनिवार को अनुमंडल मुख्यालय स्थित सुमरित उच्च विद्यालय के खेल मैदान में सांसद संतोष कुशवाहा, विधायक कृष्ण कुमार ऋषि, जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार, नगर परिषद के सभापति संजना देवी, उपसभापति प्रमिला देवी, एसडीओ मो. अहमद अली अंसारी, एसडीपीओ हुलास कुमार आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर एवं फीता काट कर आरंभ किया। सांसद कुशवाहा ने शुभारंभ के अवसर पर सबसे पहले स्थानीय विधायक कृष्ण कुमार ऋषि की जमकर सराहना करते हुए कहा कि अपने मंत्रीत्व काल में बाबा दीनाभद्री महोत्सव राजकीय महोत्सव कराने का कार्य, राजकीय महोत्सव का दर्जा दिलाने का कार्य बनमनखी के लाल कृष्ण कुमार ऋषि ने किया है। उन्होंने कहा ऐसे समाज जो हासिये पर था उसको उपर उठाने के लिए कई योजनाओं के माध्यम से सरकार ने काम करने का कार्य मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व काल में हुआ है। सभी जानते हैं कि दीना और भद्री दो भाई थे और महारे परोसी देश नेपाल से तालुकात था। नेपाल के सप्तत्री जिला के जोगीरा नगर के रहने वाले थे। वहां के राजा धामी थे। राजा धामी के अत्याचार से ये लोग त्रस्त थे। वहां की जनता त्रस्त थे और उसके खिलाफ दीना और भद्री ने आंदोलन शुरू किया और उनसे लड़ाई लड़ने का काम किया। बाद में वहां के राजा गरीबों से बेगारी कराया करते थे लोगों से जुल्म और अत्याचार किया करते थे। उसी सोसन के खिलाफ दीनाभद्री ने आंदोलन करने का कार्य किया। कार्यक्रम में डीएम कुंदन कुमार ने संबोधित करते हुए कहा मुझे बहुत प्रशन्नता हो रही है बाबा दीनाभद्री महोत्सव कार्यक्रम में उपस्थित होके। यह कार्यक्रम एक वानगि है। इस चीज की एतिहासिक विरासत को संजोने का अपने पूर्खों को उनके किये गए महत्वपूर्ण एवं बड़े कार्यों को आदर देने का उनको अपने यादों में संजोने का और उनको पुरूषों से बढकर महापुरुषों का कार्य कर रहे हैं तो देवतुल्य मानके पूजनीय है। उन्होंने कहा यह बिहार के प्रचलित लोक कथाओं में बहुत हीं महत्वपूर्ण और प्रचलित हैं। इस कार्यक्रम को हर साल हमलोग बनमनखी में राजकीय उत्सव के रूप में मनाते हैं। यह कार्यक्रम सभी के लिए प्रेरणा का श्रोत है। संकल्प के साथ हमें किसी के सामने झुकना नहीं है। इस कार्यक्रम के माध्यम से आने वाले पीढ़ी को भी सीख मिल रही है। इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को बताने की आवश्यकता है। वहीं विधायक कृष्ण कुमार ऋषि ने संबोधित करते हुए कहा कि बनमनखी वासियों के असिम स्नेह की बदौलत बनमनखी में चार-चार राजकीय महोत्सव का सकुशल आयोजन हो रहा है। महोत्सव की शुरुआत होने से सामाजिक जागरुकता, सामाजिक विकास, राजनीतिक विकास निश्चित रूप से हुआ है। कई लोगों को सामाजिक विकास, राजनीतिक विकास और इसमें बहुत लोग है जिनको मानसिक विकास भी हुआ है। दीनाभद्री ने समाज को जगा कर जागृति लाने का कार्य किया था। कई महोत्सव होने से बनमनखी का भी विकास हर दृष्टिकोण से हुआ है। सरकार भी चाह रही है मानसिकता वाले लोगों को और विकास हो और दीनाभद्री के अनुयायी हैं। कोशी-सीमांचल इलाकों में हर जगह दीनाभद्री का पूजा चंदा देकर हीं क्यों ना हो लोग लेकिन धूमधाम से करते हैं। उन्होंने कहा धर्मपुर का स्थली बनमनखी क्षेत्र के सर्वांगीण विकास में कदम से कदम मिलाकर चलने वाले सुख, शांति, एवं समृद्धि हेतु सदैव प्रयत्नशील रहता हूं। मौके पर अन्य वक्ताओं ने भी अपने संबोधन में दीना भद्री के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में विभिन्न मंडलियों के द्वारा अनवरत कीर्तन भजन किया जा रहा है। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों को शाॅल, पुष्प गुच्छ, प्रतीक चिन्ह आदि देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन बीडीओ सरोज कुमार ने किया। कार्यक्रम के दौरान स्थानीय विधायक कृष्ण कुमार ऋषि का उपस्थित लोगों ने जमकर तारीफ करते हुए कहा उनके मेहनत का नतीजा है कि बनमनखी में चार राजकीय महोत्सव मनाया जा रहा है। इस अवसर पर सैकड़ों लोग मौजूद थे।
*सरकारी घोषणा के बाद चौथी बार हो रहा है दीनाभद्री मोहोत्सव
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सुमरित उच्च विद्यालय के खेल मैदान में सरकार के घोषणा के बाद चौथी बार सरकारी खर्च पर राजकीय बाबा दीनाभद्री महोत्सव का आयोजन हो रहा है। जिससे इस क्षेत्र के लोगों में एक बार फिर से खुशी का माहौल है। गौरतलब है कि 2020 में स्थानीय विधायक सह तत्कालीन पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि के खास पहल पर पहली बार सुमरित उच्च विद्यालय के मैदान में भव्य बाबा दीना भद्री कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। उसके बाद दो वर्ष वैश्विक महामारी के वजह से महोत्सव नहीं हो सका था।
*क्या है बाबा दीना भद्री का महत्व :*
तीन दिनों तक चलने वाले इस राजकीय महोत्सव को देखते हुए सुमरित मैदान पर दीनाभद्री समेत अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा पर पूजा अर्चना किया जा रहा है।
ऐसी मान्यता है कि कालांतर से ही मुसहर समुदाय के पूर्वजों द्वारा वैदिक रीति-रिवाज, विधि विधान एवं धार्मिक अनुष्ठान के साथ मनाने का यह प्रथा चलता आ रहा है। इनकी गाथा जोरावर सिंह नामक आतातायी शासक और सामान्य सामंती शोषण के खिलाफ थी। दीना और भद्री दोनों भाई कटैया वन में शिकार खेलने गए और वहां फोटारा गीदड के धूर्तता से लुल्ही बाघिन के शिकार बन गए। दीना-भद्री की गाथा में दोनों भाई मनुसदेवा (पूजित मृतात्मा) बन कर आते हैं और फिर संघर्ष करते हैं। मुसहर आज भी अपने इन नायकों के वापस आने की प्रतीक्षा करते हैं। मुसहर अक्सर ऊंची जमीन पर दीना-भद्री का स्थान बनाते हैं।
*रामायण से जुड़ी है बाबा दीनाभद्री का मान्यता :*
एक और मान्यता है कि दीनाराम भद्री मुसहर समुदाय के पूर्वज माने जाते हैं। समुदाय के बुद्धिजीवी बताते हैं कि त्रेता युग में भगवान राम के दर्शन के लिए माता शबरी ने अपनी पूरी जिदगी गुजार दी जो की वाल्मीकि रामायण में भी उल्लेखनीय है। माता शबरी भील जनजाति से आती थी, जब किसी समय भील जनजाति जंगलों, कंदराओं और गुफाओं से सामाजिक परिवेश में आया तो ये लोग मुसहर जाति से जाने लगे। मुसहर जाति के माता शबरी से मुसहर समुदाय के अतीत का पता चलता है। बाबा दीना भद्री के बारे मे ऐसी कई और मान्यता है जो इस समुदाय के लोग बताते हैं।
*स्थानीय विधायक के अथक प्रयास से प्रारंभ हुआ चार-चार महोत्सव :*
पूर्व मंत्री सह बनमनखी विधायक कृष्ण कुमार ऋषि के प्रयास से बनमनखी में चार-चार राजकीय महोत्सव का आयोजन किया गया है। जिसमें होलिका महोत्सव, बाबा दीनाभद्री महोत्सव, एक माह तक चलने वाले श्रावणी मेला महोत्सव एवं काली पूजा महोत्सव का आगाज किया गया है। जिसका बृहत रूप आज बनमनखी के लोगों के सामने है तथा सांस्कृतिक चेतना के रूप में भारतीय संस्कृति के अनुरूप कार्यक्रम को लेकर आम लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है।
*अनुमंडल प्रशासन द्वारा किया गया है चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था :*
अनुमंडल प्रशासन बनमनखी के द्वारा तीन दिवसीय दीनाभद्री महोत्सव को लेकर चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था का इंतजार किया गया है। कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर एसडीओ मो. अहमद अली अंसारी, एसडीपीओ हुलास कुमार, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी गीतांजलि सिंह, पीजीआरओ अतुल आनंद, डीसीएलआर रंजना भारती, बीडीओ सरोज कुमार, सीओ अजय कुमार रंजन, मनरेगा पीओ रविंद्र तांती, आरओ बालकृष्ण भारद्वाज, एमओ श्वेता रानी, कार्यपालक पदाधिकारी चन्द्रराज प्रकाश, थानाध्यक्ष राजकुमार चौधरी आदि तत्पर हैं।
*कार्यक्रम के पहले दिन निकली गयी प्रभात फेरी, किया गया खेल प्रतियोगिता का आयोजन :*
कार्यक्रम के पहले दिन शनिवार को बाबा दीनाभद्री महोत्सव का आगाज पंडित के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुरू हो गया है। इससे पहले सुबह भव्य प्रभात फेरी निकली गयी। जिसमें बनमनखी सहित आसपास के इलाके से महिला, पुरुष, प्रशासन एवं बच्चों ने बढ़चढ़ भाग लिया।
प्रभात फेरी नगर परिषद क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में भ्रमण करते हुए कार्यक्रम स्थल सुमरित उच्च विद्यालय परिसार पंहुचा जिसका समापन किया गया। इसके बाद कार्यक्रम के पहले दिन महिला और पुरुष कबड्डी, कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन अनुमंडल प्रशासन के द्वारा कराया गया। जिसमे सफल प्रतिभागियों के बिच मौजूद अतिथियों के द्वारा पुरस्कार, प्रशस्ति-पत्र, मोमेंटो, मैडल देकर उत्साहवर्धन किया गया।
